शराबी व्यक्ति का शरीर रोगों की रवान बन जाता है । जिस कारण से उसके परिवार पर नशे और बीमारियों के वर्च के कारण दोहरी मार पडती है । इसे तुरंत त्याग दें ।
भगवान के संविधान अनुसार एक बार शराब पीने वाले के 70 जन्म कुत्ते के होते हैं ।
शराब व अन्य विकारों में मानव जीवन को उलझाकरमानव को सतभक्ति से दूर रखना काल की । सुनियोजित चाल है । भोली जनता काल कसाई की चाल में फंस रही है । शराबी व्यक्ति कभी शांति या मोक्ष प्राप्त नहीं कर सकता ।
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