गुरू को भगवान क्यो माने
हम बचपन से पढ़ते हैं कि गुरु भगवान के तुल्य होता है अगर हमारे जीवन में गुरु नहीं है तो हमारा जीवन व्यर्थ है गुरु के बिना ना मोक्ष है ना हमारे जीवन का उद्धार हो सकता है गुरुजी वह कड़ी है जो हमें भगवान से मिलाती है अगर हम गुरु नहीं बना लेंगे तो हमें भगवान नहीं मिल सकते क्योंकि गुरु ही हमें सच्चा रास्ता दिखाता भगवान से मिलता है । गुरु के बिना हम दान करते हैं या किसी की किसी भी प्रकार का हवन यज्ञ कुछ भी करते वह व्यर्थ है कबीर साहिब की ऐसी कई गाड़ियां है जिसमें गुरु की महिमा बताई गई है और गुरु को भगवान से बड़ा बताया गया है जैसे-
गुरु गोविंद दोऊ खड़े काके लागू पाय ।
बलिहारी गुरु आपने गोविंद दियो बताए।।
इस वाणी में गुरु को भगवान से भी बड़ा बताया गया है इसमें बताया गया है कि एक शिष्य को पहले गुरु के पांव छूने चाहिए क्योंकि गुरु ही उससे भगवान से मिलाता है अगर उसके जीवन में गुरु नहीं है तो वह भगवान को नहीं पा सकता इसलिए गुरु भगवान से भी बड़ा होता है
गुरु कैसा हो
आज के जमाने में लोगों का विश्वास गुरु के नाम से उठ गया है आखिर गुरु बनाए तो कीसे बनाएं गुरु कैसा हो
गुरु पूरा होना चाहिए और तत्वदर्शी गुरु होना चाहिए जो हमें शास्त्र अनुसार भक्ति बताकर हमारे जीवन का कल्याण कर सके जो हमारे शास्त्रों को खोल कर बताएं और हमें शास्त्र अनुसार भक्ति विधि बता कर हमारे को सर्व सुख की प्राप्ति करवाएं जहां जाने के बाद हमें किसी भी प्रकार का कष्ट नहीं होता है वही गुरू पुरा होता है गुरु पूरा होना जरूरी है अगर गुरु पूरा नहीं है तो हमें सर्व सुखों की प्राप्ति नही होगी।
वर्तमान में पूर्ण गुरु कौन है
वर्तमान में पूर्ण गुरु तत्व जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जो हमें शास्त्र अनुसार भक्ति विधि बता कर हमारे मानव जीवन का कल्याण कर सकते हैं जिन की शरण में जाने से ही मोक्ष संभव है तथा हमारे मानव जीवन का उद्धार हो सकता है
अगर आप सब भी अपने मानव जीवन का उद्धार करवाना चाहते हैं तो संत रामपाल जी महाराज से नाम उपदेश लेकर शास्त्र अनुसार भक्ति कर कर अपने मानव जीवन का उद्धार करवाए और अधिक जानकारी के लिए देखिए साधना चैनल पर शाम को 7:30 से 8:30 बजे तक सत्संग
No comments:
Post a Comment