सब मनुष्यों का पिता हजरत आदम
ऊपर आसमान पर (जहाँ जिबराईल मुहम्मद जी को ले गया था) अपनी निकम्मी संतान को नरक में कष्ट उठाते देखकर रो रहे थे। आदम जी जो साधना की उसके प्रतिफल में किस लोक में प्रवेश कर रहा है पर भी चैन से नहीं रह रहा है।
पवित्र बाईबल में लिखा है आदम के काईन , हाबिल दो पुत्र थे । काईन ने क्रोध में छोटे भाईहाबिल की हत्या कर दी । प्रभुने उसे श्राप दिया कितू रोजी के लिए भटकता रहेगा । जहाँसे पवित्र ईसाई धर्म के पूर्वजमुखिया की जीवनी प्रारम्भ होती है वही से हृदय विदारक घटनाऐं प्रारम्भ हो गई ।
पवित्र बाइबिल यूहन्ना ग्रंथि 16: 4-15
ब्रह्म (काल) यही चाहता है कि पुण्यात्माओं को अपना अवतार (रसूल) बनाकर खरीदा है कि र चमत्कारों द्वारा उसको भक्ति रहित करवा देता है फिर अंत में वह किसी भी तरह से कष्ट प्राप्त कर मृत्यु को प्राप्त होता है।
ईसा जी परमात्मा सत्यलोक से आकर मिले , एक प्रभु मार्ग बताया । ईसा जी एक ईश्वर की भक्ति समझाने लगे । लोगों के विरोध पर भी वे विचलित नहीं हुए । परन्तु काल ने विचलित करके वास्तविक ज्ञान को दूर रखा
वही मुहम्मद वही महादेव, वही आदम वही ब्रह्मा। दास गरीब दूसरा कौन है, देख आपने घर मा। गरीबदास जी ने कहा है कि आदम जी ब्रह्मा जी के अवतार थे। उन्हें ब्रह्मा लोक में अदन की वाटिका में रखा गया था। जहां से प्रभु की आज्ञा का उल्लंघन करने से उन्हें निष्कासित कर दिया गया था। संत रामपाल जी महाराज अधिक जानकारी के लिए पवित्र पुस्तक "ज्ञान गंगा" मुफ्त प्राप्त करें। अपना नाम, पूरा पता, मोबाइल नंबर हमें व्हाट्सएप करें।
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